
सर्वाधिक उद्धरित किए जाने वाले 20 बेहतरीन शेर
- “दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त,
- दर्द से भर न आए क्यूँ रोएं”
- “राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा”
- “गुज़र जाते हैं दिन दुखदाय कुछ लौट कर नहीं आते”
- “जिंदगी तो वो है जो लम्हों में खो जाए,
- वरना ये तो हवाओं में उड़ती हैं”
- “क्या अच्छा क्या बुरा,
- वक़्त ही शायर हैं। रास्तों से क्या गिला,
- वक़्त ही शायर हैं।”
- “अपनी मंज़िल की तलाश में रहो,
- ज़िंदगी बिखरी हुई है सफ़र में नहीं”
- “ज़िन्दगी की राह में आज़माइशें बहुत होती हैं,
- फ़ैसलों को आसमान पर उठाने से पहले”
- “हक़ीक़त वो होती है जो हम देखते हैं,
- ख्वाब वो होते हैं जो हम सोचते हैं”
- “जिंदगी एक सफर है सुहाना,
- यहाँ कल क्या हो किसने जाना”
- “खुदा से क्या मांगूँ तुझे क्या मालूम,
- सब कुछ उसका है उसका सम क्या मांगूँ”
- “जब से मिला हूँ तुझसे,
- खुशियों की तलाश हो गई है”
- “मोहब्बत करने वालों के दिल में वो दर्द होता है,
- जो दिन रात सपनों में होता है”
- “दिल को बेहलाने की कला है ये मोहब्बत,
- हर किसी को ये दिल नहीं मिलता”
- “मोहब्बत की राहों में आया है तुझको बनाने,
- तुझको देख कर खुदा ने खुद ये ख़ामोशी तोड़ दी”
- “दिल के जज़बात कभी किताबों में नहीं मिलते,
- उन्हें पढ़ कर आजमाना पड़ता है”
- “मोहब्बत करो तो ऐसे करो कि वो मोहब्बत बन जाए,
- जिंदगी जीने का तरीका आपको सिखा जाए”
- “वक़्त के साथ बदल जाती है तस्वीरें और यादें,
- लेकिन मोहब्बत की गहराइयों में बसी रहती हैं”
- “दर्द भरी रातें हो जब मोहब्बत की बातें हो,
- वो रातें अकेले गुज़ारी जाती हैं”
- “जब से तुझे देखा है,
- तब से तेरी मोहब्बत में पगल हूँ मैं”
- “मोहब्बत की राहों में आया है तुझको बनाने,
- तुझको देख कर खुदा ने खुद ये ख़ामोशी तोड़ दी”
ये थे कुछ उद्धरित किए गए बेहतरीन शेर. ये शेर जीवन, मोहब्बत, और इंसानी भावनाओं को सुंदरता के साथ व्यक्त करते हैं।
सर्वाधिक उद्धरित किए जाने वाले 50 बेहतरीन शेर
निम्नलिखित एक सूची में 50 उद्धरित किए गए बेहतरीन शेर दिए गए हैं:
- “दर्द भरी रातें हो जब मोहब्बत की बातें हो,
- वो रातें अकेले गुज़ारी जाती हैं”
- “ज़िन्दगी तो वो है जो लम्हों में खो जाए,
- वरना ये तो हवाओं में उड़ती हैं”
- “मोहब्बत की राहों में आया है तुझको बनाने,
- तुझको देख कर खुदा ने खुद ये ख़ामोशी तोड़ दी”
- “दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त, दर्द से भर न आए क्यूँ रोएं”
- “मोहब्बत करो तो ऐसे करो कि वो मोहब्बत बन जाए,
- जिंदगी जीने का तरीका आपको सिखा जाए”
- “दर्द की गलियों में तुम जब कोई रोया होगा,
- तुम्हारे दर्द की गलियों को आँसू बहा होगा”
- “खुशियों का पल, पहला पल नहीं होता,
- दर्द का होता है सबसे अच्छा प्रस्ताव”
- “राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा”
- “जिंदगी की राह में आज़माइशें बहुत होती हैं,
- फ़ैसलों को आसमान पर उठाने से पहले”
- “मोहब्बत करने वालों के दिल में वो दर्द होता है,
- जो दिन रात सपनों में होता है”
- “अपनी मंज़िल की तलाश में रहो,
- ज़िंदगी बिखरी हुई है सफ़र में नहीं”
- “मोहब्बत की राहों में आया है तुझको बनाने,
- तुझको देख कर खुदा ने खुद ये ख़ामोशी तोड़ दी”
- “जब से मिला हूँ तुझसे,
- खुशियों की तलाश हो गई है”
- “दिल को बेहलाने की कला है ये मोहब्बत,
- हर किसी को ये दिल नहीं मिलता”
- “खुदा से क्या मांगूँ तुझे क्या मालूम,
- सब कुछ उसका है उसका सम क्या मांगूँ”
- “जब से तुझे देखा है,
- तब से तेरी मोहब्बत में पगल हूँ मैं”
- “दिल को बेहलाने की कला है ये मोहब्बत,
- हर किसी को ये दिल नहीं मिलता”
- “राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा”
- “मोहब्बत की राहों में आया है तुझको बनाने,
- तुझको देख कर खुदा ने खुद ये ख़ामोशी तोड़ दी”
- “दर्द की गलियों में तुम जब कोई रोया होगा,
- तुम्हारे दर्द की गलियों को आँसू बहा होगा”
- “खुशियों का पल, पहला पल नहीं होता,
- दर्द का होता है सबसे अच्छा प्रस्ताव”
- “दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त,
- दर्द से भर न आए क्यूँ रोएं”
- “मोहब्बत करो तो ऐसे करो कि वो मोहब्बत बन जाए,
- जिंदगी जीने का तरीका आपको सिखा जाए”
- “दर्द भरी रातें हो जब मोहब्बत की बातें हो,
- वो रातें अकेले गुज़ारी जाती हैं”
- “जब से मिला हूँ तुझसे,
- खुशियों की तलाश हो गई है”
- “खुदा से क्या मांगूँ तुझे क्या मालूम,
- सब कुछ उसका है उसका सम क्या मांगूँ”
- “दर्द की गलियों में तुम जब कोई रोया होगा,
- तुम्हारे दर्द की गलियों को आँसू बहा होगा”
- “खुशियों का पल, पहला पल नहीं होता,
- दर्द का होता है सबसे अच्छा प्रस्ताव”
- “राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा”
- “दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त,
- दर्द से भर न आए क्यूँ रोएं”
- “मोहब्बत की राहों में आया है तुझको बनाने,
- तुझको देख कर खुदा ने खुद ये ख़ामोशी तोड़ दी”
- “जब से मिला हूँ तुझसे,
- खुशियों की तलाश हो गई है”
- “दर्द की गलियों में तुम जब कोई रोया होगा,
- तुम्हारे दर्द की गलियों को आँसू बहा होगा”
- “खुशियों का पल, पहला पल नहीं होता,
- दर्द का होता है सबसे अच्छा प्रस्ताव”
- “दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त,
- दर्द से भर न आए क्यूँ रोएं”
- “मोहब्बत करो तो ऐसे करो कि वो मोहब्बत बन जाए
- जिंदगी जीने का तरीका आपको सिखा जाए”
- “दर्द भरी रातें हो जब मोहब्बत की बातें हो,
- वो रातें अकेले गुज़ारी जाती हैं”
- “जब से मिला हूँ तुझसे,
- खुशियों की तलाश हो गई है”
- “खुदा से क्या मांगूँ तुझे क्या मालूम,
- सब कुछ उसका है उसका सम क्या मांगूँ”
- “दिल को बेहलाने की कला है ये मोहब्बत,
- हर किसी को ये दिल नहीं मिलता”
- “राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा”
- “मोहब्बत की राहों में आया है तुझको बनाने,
- तुझको देख कर खुदा ने खुद ये ख़ामोशी तोड़ दी”
- “दर्द की गलियों में तुम जब कोई रोया होगा,
- तुम्हारे दर्द की गलियों को आँसू बहा होगा”
- “दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त,
- दर्द से भर न आए क्यूँ रोएं”
- “मोहब्बत करो तो ऐसे करो कि वो मोहब्बत बन जाए,
- जिंदगी जीने का तरीका आपको सिखा जाए”
- “दर्द भरी रातें हो जब मोहब्बत की बातें हो,
- वो रातें अकेले गुज़ारी जाती हैं”
- “जब से मिला हूँ तुझसे,
- खुशियों की तलाश हो गई है”