
विषय सूची
मेरा गांव पर निबंध
मेरा गांव बहुत बड़ा गांव है। जो कि भारत देश के प्रयागराज जिले में है। मेरे गांव में खड़ी बोली व देहाती दोनों बोली जाती है। मेरा गांव चारों तरफ से हरियाली से घिरा हुआ है। मेरे गांव में तरह तरह के फूल पौधे पेड़ देखने को मिलते हैं। सुबह के समय में मेरे गांव में बहुत ही ज्यादा शांति रहती है। जिससे कि पंछियों की कहचहा हट बहुत ही मधुर सुनाई देती है। मेरे गांव के सभी लोग मिलजुल कर एकता के रूप में रहते हैं। और मेरे गांव में संयुक्त परिवार है। मेरे गांव के लोगों का मुख्य पेशा खेती और पशुपालन आदि करने का है।
मेरे गांव में 3 बड़े बड़े तालाब है। जिसमें मछलियां पालते हैं। तथा लोग नहाते हैं। और जानवरों को पानी पिलाते हैं। मेरे गांव के तालाब के चारों तरफ बहुत बड़े-बड़े आम नेम पीपल इत्यादि के पेड़ है। जहां पर शाम को हमारे गांव के बुजुर्ग बैठकर आपस में बातें किया करते हैं। संध्या काल में हमारे गांव के बच्चे गलियों में खेलते दिखाई देते हैं। और आज भी हमारे गांव की बुजुर्ग दादी मां चाची आदि लोग मक्खन निकालते हुए दिखाई देती हैं। मेरे गांव में एक बहुत बड़ा स्कूल भी है। जहां पर हमारे गांव के छोटे-छोटे बच्चे वाह बड़े बच्चे भी पढ़ने जाते हैं। और हमारे गांव में बिजली पानी आदि की उच्च व्यवस्था है। हमारे गांव में एक छोटा सा चिकित्सालय भी है।
हमारे गांव में एक बड़ा सा देवों के देव महादेव का मंदिर भी है। जिसमें सावन में बहुत बड़ा मेला लगता है। भगवान शिव के बहुत सारे भाग दूर-दूर से उनके दर्शन के लिए आते हैं मेले के दिन मंदिर के पास बहुत ही ज्यादा रौनक रहती है। हमारे गांव में कपड़े गहना आदि की बाजार भी है। और हमें इन सब चीजों के लिए शहर नहीं जाना पड़ता है। हमारे गांव के बाहर ही बाजार में मिल जाता है। मेरे गांव में सभी त्यौहार सभी लोग खुशी व एकता के साथ मनाते हैं। मेरे गांव में एक बड़ा सा मैदान भी है।
जहां पर हम सभी बच्चे क्रिकेट वॉलीबॉल फुटबॉल इत्यादि खेल खेलने के लिए जाते हैं। मेरे गांव में वाहन कम है। मेरे गांव में वाहन कम होने के कारण प्रदूषण भी कम है। जिससे कि हमारे गांव में हरियाली ज्यादा है। और हम सभी लोग खुली हवा मैं आराम से सांस ले सकते हैं। सुबह 5:00 बजे उठकर हम लोग दौड़ने के लिए जब जाते हैं। तब हवा में एक अजब सी ताजगी होती है। संध्या काल में जब गायों को बांधा जाता है। तो गाय के पैर से धूल उड़ती है। और सूर्योदय धुंधला सा लगता है। क्योंकि हमारे गांव की सड़कों पर मिट्टी हो जाती है।
मैं चाहता हूं मैं बड़ा होकर अपने गांव के लिए कुछ अच्छा कर सकूं जिससे कि मुझे और मेरे परिवार को वह मेरे गांव को मुझ पर नाज हो मैं चाहे कहीं भी रहूं मेरे दिल में मेरे गांव की महक हमेशा रहेगी मैं अपने गांव व अपने गांव के लोगों से बहुत ही ज्यादा प्रेम करता हूं मेरा गांव सबसे प्यारा है।
मेरे गांव की कुछ खास बातें
मेरे गांव में चारों तरफ हरियाली हरियाली है। और बहुत ही ज्यादा साफ सफाई रहती है। सभी लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। तथा कोई एक दूसरे से बैर नहीं करता और सभी लोग शाम को बैठकर आपस में मंत्रणा करते हैं। इन सभी बातों को देखकर मुझे यह लगता है। कि मेरा गांव बहुत ही अच्छा व प्रेम भरा है। कोई भी दूसरे गांव से हमारे गांव में आता है। तो वाह हमारे गांव से बहुत ही ज्यादा प्रभावित होता है। और कहता है कि मैं चाहता हूं कि मेरा भी गांव ऐसे ही बने मेरे गांव के लोग किसी के साथ गलत व्यवहार नहीं करते सभी को प्रेम भाव से अपने घर पर बुलाते हैं। और उनकी खातिरदारी करते हैं। मेरे गांव में सभी लोग प्रेम भाव से रहते हैं। जिसको देखकर मुझे अपने गांव पर गर्व होता है।
गांव का जीवन
जब जब शहर से गांव की ओर लौटता हूं तो एक नए जीवन का आभास होता है। शहर की गंदगी से दूर रेगिस्तानी भूमि में हरे भरे खेतों के बीच में बसा गांव अमूमन शांति रहता है।
मेरा गांव पर निबंध 10 पंक्ति
- मैं एक गांव में रहता हूं जो कि बहुत ही प्यारा है।
- मेरे गांव के चारों तरफ खेत है और चारों तरफ हरियाली है।
- मेरे गांव में कई धर्म और जाति के लोग मिल जुल कर रहते हैं।
- मेरे गांव में मंदिर मस्जिद तलाब इत्यादि हैं।
- हमारा गांव शहर से बहुत दूर है इसलिए यहां पर शोरगुल और प्रदूषण नहीं रहता है।
- हमारे गांव के लोग खेती और पशुपालन पर ज्यादा निर्भर रहते हैं।
- मेरे गांव में 150 से 200 परिवार रहते हैं।
- मेरे गांव में एक विद्यालय और अस्पताल है।
- बेरोजगारी के कारण मेरे गांव के बहुत से लोग शहरों में जाकर काम करते हैं।
- मैं अपने गांव को बहुत पसंद करता हूं और मुझे गर्व है कि मैं एक गांव का लड़का हूं।