खेलकूद का महत्व अथवा खेलकूद अथवा छात्र जीवन और खेलों का महत्व
रूपरेखा – 1.प्रस्तावना 2.खेलों के प्रकार 3.खेलों के लाभ 4.जीवन की समस्या का आधार खेल 5.भारत का विश्व में स्थान 6.उपसंहार

खेलकूद पर निबंध 1020 शब्दों में
1.प्रस्तावना – खेल हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है, यह हमारे शरीर एवं मानसिक दोनों ही के विकास का स्रोत है, यह जहां हमारे शरीर के रक्त परिसंचरण मैं सहायक है, वहीं दूसरी और हमारे दिमागी विकास में लाभकारी है, खेल व्यायाम का सबसे अच्छा साधन माना जाता है।
खेल ही हमारे शरीर को हष्ट -पुष्ट, गतिशील एवं स्फूर्ति प्रदान करने मे सहायक होते हैं। एक सफल इंसान के लिए चाहिए कि वह मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से स्वस्थ रहें मानसिक विकास की शुरुआत हमारे स्कूल के दिनों से होना प्रारंभ हो जाती है किंतु शारीरिक विकास के लिए व्यायाम जरूरी है तो हमें खेलों के माध्यम से प्राप्त होता है।
2.खेलों के प्रकार – खेल कई तरह के होते हैं जिसे मुख्यतः दो वर्गों में बांटा गया है-इनडोर और आउटडोर। इनडोर खेल जैसा-ताश, लूडो,कैरम ,सांपसीडी आदि यह मनोरंजन के साथ-साथ बौद्धिक विकास में सहायक होते हैं वही आउटडोर खेल जैसे-क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, बैडमिंटन, टेनिस, वॉलीबॉल आदि शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में लाभकारी हैं।
इन दोनों वर्गों में अंतर बस इतना है कि आउटडोर खेलों के लिए बड़े मैदान की आवश्यकता होती है। यह खेल हमारे शरीर को फिटनेस एवं तंदुरुस्त बनाए रखने में सहायक है जबकि इनडोर खेलो मैं ऐसे बड़े मैदान की जरूरत नहीं होती है, यह घर आंगन कहीं भी खेले जा सकते हैं।
इन खेलों में सभी पीढ़ी के लोग चाहे बालक, युवा और चाहे वृद्धि पीढ़ी ही क्यों ना हो, सभी अपनी रुचि रखते हैं आउटडोर खेल हमारे शारीरिक विकास में लाभकारी होते हैं वहीं दूसरी ओर शरीर को स्वस्थ सुडोल तथा सक्रिय बनाए रखते हैं, जबकि इनडोर खेल हमारे दिमाग स्तर को तेज करते हैं साथ ही साथ मनोरंजन का उत्तम स्रोत माने जाते हैं।
3.खेलों के लाभ – आजकल की व्यस्त दिनचर्या निखिल ही एकमात्र साधन है। जो मनोरंजन के साथ हमारे विकास में सहायक है, यह हमारे शरीर को स्वस्थ एवं तंदुरुस्त बनाए रखता है। इससे हमारे नेत्रों की ज्योति बढ़ती है हड्डियां मजबूत एवं रक्त का संचालन उचित रूप से होता है।
खेलों में हमारे पाचन तंत्र पूर्ण रूप से कार्य करते हैं खेल एक बयान है जिससे हमारे दिमागी स्तर का विकास होता है ध्यान केंद्रित करने के लिए शक्ति बढ़ती है इस तरह के व्यायाम में शरीर के सारे अंग पूर्ण रूप से काम करते हैं जिससे हमारा दिन अच्छा एवं सुखनुमा होता है।
खेलों में हमारा शरीर सुडौल एवं आकर्षक बनता है जो आलस्य को दूर कर ऊर्जा प्रदान करता है अतः हमे रोगों से मुक्त करता है। हम यह भी कह सकते हैं कि मनुष्य के व्यक्तित्व के विकास में खेल अपनी अहम भूमिका अदा करता है। इससे ही मनुष्य आत्मनिर्भर तथा जीवन में सफलता प्रदान करता है।
4.जीवन की समस्या का आधार खेल – प्राचीन समय से ही खेलों का जीवन जीने का आधार माना गया है इससे हमारे शरीर का विकास तो होता ही है साथ ही यह हमारे जीवन को भी सफल बनाता है भारत में सरकार खेल में ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों को अनेक पुरस्कारों से सम्मानित करती है।
अर्जुन एवं द्रोणाचार्य जैसे पुरस्कार इसी श्रेणी में आते हैं, महिलाओं ने भी इस दिशा में नाम रोशन किया है। पी० टी ० उषा, मैरी कॉम, सायना नेहवाल एवं सानिया मिर्जा जैसी महिला खिलाड़ियों ने खेलों के विभिन्न वर्गों में सफलता अर्जित की है।
जिनमें से पी०टी० ऊषा दौड़ में, मैरी कॉम मुक्केबाजी में साइना नेहवाल बैटमिंटन में एवं सानिया मिर्जा ने टेनिस में सफलता हासिल कर देश का नाम गौरवांवित किया है। खेलों को भारतीय संस्कृति एवं एकता का प्रतीक भी कहा जाता है इनसे कोई जाति धर्म का विरोध नहीं किया जाता, अपितु कोई भी किसी भी धर्म या व्यक्ति इससे खेल सकता है। इस प्रकार खेल हमारे मार्ग की प्रगति को सुनिश्चित कर एक सफल जीवन बनाने में सहायक है।
5.भारत का विश्व में स्थान – खेल से संबंध में हमारे देश में अंतरराष्ट्रीय रूप में सफलता प्रदान की है चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो कुश्ती, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, निशानेबाजी सभी वर्गों में अपनी अपनी कुशलता में प्रसिद्ध हासिल की है। सुनील कुमार विश्व कुश्ती चैंपियनशिप मैं स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले पहले पहलवान हैं।
महिला मुक्केबाजी मैरीकॉम एवं प्रसिद्ध मुक्केबाज है जिन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत मणिपुर राज्य से की जिन्हें भारत सरकार द्वारा विभिन्न रत्नों जैसे पदमश्री अर्जुन पुरस्कार, राजीव गांधी खेल पुरस्कार इत्यादि से नवाजा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों जोहर 4 साल के अंतराल में आयोजित किए जाते हैं मैं भी भारत में सफलता हासिल की है।
वर्ष 2012 में भारत में 4 से एवं 2 रजत इस तरह 6 पदक प्राप्त कर गौरवान्वित किया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेले जाने वाले खेल जैसे कॉम वेल्थ गेम तथा एशिया खेलों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अपना नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है।
6.उपसंहार – जैसे जीवन की व्यवस्थित रूप से चलने के लिए हमारे शरीर का स्वस्थ होना अत्यंत आवश्यक है उसी प्रकार हमारे शरीर में पूर्ण विकास हेतु है आप बहुत जरूरी है। खेलों में भाग लेने से हमारे शरीर का अच्छा व्यायाम होता है यह बाल को एवं युवाओं में मानसिक तथा शारीरिक दोनों ही विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कुछ माता-पिता खेलों को सिर्फ मनोरंजन का साधन समझ कर बालकों को खेलों में रुचि लेने का विरोध करते हैं, परंतु खेल ही एक ऐसा व्यायाम है जिसमें हमारे शरीर के अंगों के साथ-साथ मानसिक विकास में सहायक है। इससे हमारे दिमाग का संतुलन विकास होता है इसलिए हम यह कह सकते हैं कि खेलों का हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है।
इससे मनुष्य आत्मा विकास जी एवं प्रगतिशील बनता है। हमें बस चाहिए कि हम इस नई पीढ़ी को किताबी ज्ञान के साथ-साथ खेलों में उनकी रुचि बढ़ाएं वह सभी साधन उपलब्ध कराएं जो उन्हें खेलों में भी बढ़ने में सहायक हो। किसी महान पुरुष ने कहा है कि एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है स्वस्थ जीवन की सफलता प्राप्त करने की कुंजी है। इस तरह खेल हमारे जीवन को सफल बनाने में सहायक है।